UPI से अब 24 घंटे में 10 लाख रुपये तक ट्रांजेक्शन
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) और नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI (Unified Payments Interface) यूजर्स के लिए बड़ा बदलाव किया है। अब आप UPI के जरिए 24 घंटे में 10 लाख रुपये तक भेज सकते हैं। पहले यह लिमिट केवल 5 लाख रुपये प्रतिदिन थी।
क्यों बढ़ाई गई UPI लिमिट?
भारत में UPI सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला डिजिटल पेमेंट सिस्टम है। इसका उपयोग न सिर्फ सामान्य पेमेंट बल्कि शिक्षा शुल्क, स्वास्थ्य सेवाओं, बीमा प्रीमियम और निवेश जैसी जरूरतों के लिए भी तेजी से बढ़ रहा है।
- मरीजों को अस्पतालों में बड़े बिल का भुगतान करने में आसानी होगी।
- छात्रों को यूनिवर्सिटी या कॉलेज की फीस UPI से आसानी से भरने का विकल्प मिलेगा।
- निवेशक ब्रोकरेज और शेयर मार्केट में बड़ी रकम UPI से भेज पाएंगे।
- इंश्योरेंस सेक्टर में भी प्रीमियम भरना अब और सरल हो जाएगा।
किन सेक्टर्स में लागू होगी नई लिमिट?
NPCI के अनुसार, नई लिमिट कुछ विशेष सेक्टर्स पर लागू होगी।
सेक्टर | पुरानी लिमिट | नई लिमिट |
---|---|---|
हॉस्पिटल-हेल्थकेयर | 5 लाख | 10 लाख |
एजुकेशन-फीस | 5 लाख | 10 लाख |
कैपिटल मार्केट (IPO आदि) | 2 लाख | 5 लाख |
इंश्योरेंस प्रीमियम | 1 लाख | 5 लाख |
म्यूचुअल फंड SIP | 2 लाख | 5 लाख |
विदेशी रेमिटेंस | 1 लाख | 2 लाख |
ग्राहकों को क्या फायदा?
- बड़े ट्रांजेक्शन में आसानी – अब बैंक या नेट बैंकिंग की जरूरत कम होगी।
- 24×7 सुविधा – किसी भी समय पेमेंट किया जा सकता है।
- डिजिटल इंडिया को बढ़ावा – नकदी रहित लेन-देन में तेजी आएगी।
- सुरक्षा और ट्रैकिंग – हर ट्रांजेक्शन UPI ID पर दर्ज रहेगा।
ध्यान देने योग्य बातें
- नई लिमिट अभी विशेष सेक्टर्स के लिए लागू है, सभी सामान्य ट्रांजेक्शंस (जैसे शॉपिंग या P2P ट्रांसफर) के लिए पुरानी लिमिट बनी रह सकती है।
- बैंक और UPI ऐप्स (Google Pay, PhonePe, Paytm, BHIM आदि) अपने लेवल पर लिमिट तय कर सकते हैं।
- RBI और NPCI समय-समय पर नियमों में बदलाव करते हैं।
💡 UPI फ्रॉड क्या है?
UPI यानी यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जिससे हम तुरंत पैसे भेज और प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन धोखेबाज इसका फायदा उठाकर लोगों को ठगते हैं। वे नकली कॉल, लिंक या ऐप के जरिए आपके बैंक खाते तक पहुंचने की कोशिश करते हैं।
⚠️ UPI फ्रॉड के आम तरीके
- फेक लिंक फ्रॉड 🔗
स्कैमर आपको SMS, ईमेल या WhatsApp पर एक लिंक भेजते हैं। जैसे ही आप उस लिंक पर क्लिक करते हैं और डिटेल डालते हैं, आपके खाते से पैसे गायब हो जाते हैं। - कस्टमर केयर फ्रॉड ☎️
धोखेबाज खुद को बैंक या UPI ऐप का कर्मचारी बताकर कॉल करते हैं और OTP या PIN पूछते हैं। याद रखें – असली बैंक कभी OTP या PIN नहीं पूछता। - स्क्रीन शेयरिंग ऐप 🎥
फ्रॉडस्टर आपको AnyDesk, TeamViewer जैसी ऐप डाउनलोड करने को कहते हैं। इससे वे आपके फोन की स्क्रीन देख सकते हैं और लेन-देन कर सकते हैं। - QR कोड स्कैम 📸
पैसे भेजने के नाम पर स्कैमर आपको QR कोड भेजते हैं। आप जैसे ही स्कैन करते हैं, आपके खाते से पैसा कट जाता है। - कैशबैक/लॉटरी का झांसा 🎁
“आप जीते 10,000 रुपये” जैसी मैसेज भेजकर लिंक पर क्लिक कराने की कोशिश की जाती है।
🛡️ UPI फ्रॉड से बचने के तरीके
✔️ PIN/OTP कभी शेयर न करें – बैंक या UPI ऐप कभी फोन पर यह नहीं पूछते।
✔️ अजनबी लिंक पर क्लिक न करें – खासकर SMS और WhatsApp पर मिले लिंक।
✔️ सिर्फ भरोसेमंद ऐप्स का उपयोग करें – Google Pay, PhonePe, Paytm, BHIM जैसे आधिकारिक ऐप ही डाउनलोड करें।
✔️ QR कोड स्कैन करते समय सावधानी रखें – याद रखें, QR कोड स्कैन करने से पैसे भेजे जाते हैं, न कि मिलते।
✔️ मोबाइल सिक्योरिटी रखें 🔒 – एंटीवायरस का इस्तेमाल करें और फोन लॉक हमेशा मजबूत रखें।
✔️ SMS और नोटिफिकेशन पढ़ें 📩 – हर ट्रांजेक्शन पर आने वाले अलर्ट को ध्यान से देखें।
✔️ फ्रॉड की रिपोर्ट तुरंत करें 🚨 – 1930 (नेशनल साइबर क्राइम हेल्पलाइन) पर कॉल करें या cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।
Note- WhatsApp से होता है सबसे ज्यादा फ्रोडः- बचने के लिए ये सेटिंग अभी करे।
हैकर से बचने के तरिके- WhatsApp,text sms, mail etc. ये फोन Setting करे।
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📊 निष्कर्ष
UPI ने हमारी ज़िंदगी को बेहद आसान बना दिया है, लेकिन इसके साथ ही साइबर फ्रॉड भी बढ़े हैं। थोड़ी सी सतर्कता और जागरूकता से आप अपने मेहनत की कमाई को सुरक्षित रख सकते हैं। याद रखें —
👉 “सावधानी ही सुरक्षा है”।
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